Rahe na Rahe Hum (Hindi) – Mrudula Dadhe Joshi |
हिंदी फ़िल्म संगीत की मर्मज्ञ डॅा. मृदुला दाढे-जोशी द्वारा लिखित इस रोचक पुस्तक में जानिए – हिंदी फ़िल्में और फ़िल्म संगीत का सुनहरा दौर कैसा था इस कालखंड में किन-किन संगीतकारों ने सुनहरे अक्षरों में अपना नाम लिखा है I हर संगीतकार का वाद्य प्रयोग करने का तरीका अलग कैसे था, उनकी क्या विशेषताएँ थीं और उनके अजर-अमर गीत कौन से हैं, उन गीतों की धुनों की तथा वाद्य संयोजन की क्या विशेषताएँ हैं, गीत में प्रयुक्त पद्धतियों और नए प्रयोगों का क्या महत्त्व है, इन गीतों के किन अंशों को हृदयग्राही कहा जा सकता है वर्षों पुराने ये गीत श्रोताओं पर जादू कैसे कर सकते I |
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