Karmbhoomi (Hindi) – Premchand
अपने वक्त के सच को पेश करने का प्रेमचंद का जो नजरिया था, वह आज के लिए भी माकूल है । गरीबों और सताये गये लोगों के बारे में उन्होंने किसी तमाशबीन की तरह नहीं, एक साझीदार की तरह से लिखा । -फैज अहमद फैज समाज-सुधारक प्रेमचंद से कलाकार प्रेमचंद का स्थान कम महत्वपूर्ण नहीं है । उनका लक्ष्य जिस सामाजिक संघर्ष और प्रवर्तन का चित्रित करना रहा है, उसमें वह सफल हुए हैं । -डॉ. रामविलास शर्मा कलम के फील्ड मार्शल, अपने इस महान पुरखे को दिल में अदब से झुककर और गर्व से मैं रॉयल सैल्युट देता हूँ । – अमृतलाल नागर |
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